Gangster Ka Sanki Ishq - 1 in Hindi Thriller by Sanju books and stories PDF | गैंगस्टर का सनकी इश्क - 1

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गैंगस्टर का सनकी इश्क - 1

छोटी सी झलक... स्टोरी का........

लाई हूं, एक ऐसी स्टोरी जिसमे सस्पेंस और लव है जो शुरू होता है हरिद्वार के शहर से जहाँ पर हमारी प्यारी सी वैशाली शर्मा जो की साधरण से परिवार की है ।जिसकी शादी एक ऐसे इंसान से हो जाता है जो की वर्ल्ड का खुंखार, गैंगस्टर युवराज रंधवा था जिसने अपनी पहली पत्नी को मार दिया। लेकिन हमारी वैशाली को नहीं पता था।युवराज वैशाली को बहुत प्यार करता था वो उसकी सनक बन गई वक़्त के साथ जिसे वो अपने पास्ट के बारे नहीं बताया था। लेकिन एक दिन वैशाली को ये सच पता चल गया, और वो युवराज से दूर भागने लगी जिस वजह से उसे घर मे कैद कर दिया। क्या वैशाली को युवराज का पूरा हकीकत पता चलेगा?. वैशाली कैसे युवराज से बच पाएगी?. क्या युवराज सच मे अपनी पहली वाइफ को मारा?क्या वजह था?युवराज क्या फिर से मार देगा अपनी दूसरी वाइफ को?जानने के लिए पढ़िए, "Gangster Ka Sanki Ishq......


हर काम करने से पहले श्री गणेश जी का नाम लिया है। जिससे सब अच्छा हो कोई विग्न ना आए में भी आज शुरू करने से पहले ले रही हूँ......

वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ:।

निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा॥

नमामि देवं सकलार्थदं तं सुवर्णवर्णं भुजगोपवीतम्ं।

गजाननं भास्करमेकदन्तं लम्बोदरं वारिभावसनं च॥

एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं।

विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्॥

विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।

नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥🙏🏻

एक ऐसा शहर जिसे महादेव की नगरी कहा जाता जो अपनी संस्कृति को भुला नहीं गंगा की घाट की निर्लम शीतल पानी जो और पवित्र बनाता ... रोज शाम सुबह गंगा आरती... एक और मान्यता है कि गंगा नदी में डुबकी लगाने से सभी पाप धुल जाते हैं।

यही कारण है कि जब लोग इस शहर में आते है तो नदी का दौरा करते हैं, तो आपको लोगो कई भक्त गंगा नदी में डुबकी लगाते हुए मिलेंगे।

शाम के दौरान, गंगा आरती हर दिन की जाती है, और यह आपकी आंखों के लिए उन दृश्यों में से एक है जिसे आप मिस नहीं करना चाहेंगे

गंगा के किनारे बैठने से शाम के समय के वातावरण को और अधिक मनमोहन बना देती है।

शाम के समय गंगा नदी एकदम शांत कर बहती है

तो और आपको जानकारी देती हूँ.

हरिद्वार, उत्तराखण्ड के हरिद्वार जिले का एक पवित्र नगर तथा सनातन (हिन्दुओं) का प्रमुख तीर्थ है। यह नगर निगम बोर्ड से नियंत्रित है। यह बहुत प्राचीन नगरी है। हरिद्वार हिन्दुओं के सात पवित्र स्थलों में से एक है। 3139 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अपने स्रोत गोमुख (गंगोत्री हिमनद) से 253 किमी की यात्रा करके गंगा नदी हरिद्वार में मैदानी क्षेत्र में प्रथम प्रवेश करती है इसलिए हरिद्वार को 'गंगाद्वार' के नाम से भी जाना जाता है; जिसका अर्थ है वह स्थान जहाँ पर गंगाजी मैदानों में प्रवेश करती हैं। हरिद्वार का अर्थ "हरि (ईश्वर) का द्वार" होता है।

हरिद्वार का उल्लेख प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों में मिलता है क्योंकि यह बुद्ध काल से लेकर हाल के ब्रिटिश आगमन तक के जीवन और समय से जुड़ा हुआ है
_ वैशाली-युवराज